IP क्या है What is IP address in Hindi

What is IP address in Hindi | IP address Kya Hai Hindi me

IP address जिसको की internet protocol के नाम से भी जाना जाता है ये एक ऐसा number होता है जिस की मदद से किसी भी network hardware को पहचाना जाता है

किसी भी network hardware को जो की network से connected है उसकी IP address के द्वारा ही पहचान की जाती है

IP address की मदद से ही एक device दूसरी device से communicate करती है internet के ऊपर. वैसे आपको बता दे की internet भी एक IP based network ही है

IP address देखने में कुछ ऐसा दिखता है

191.102.25.145 कुछ IP address ऐसे दिख ते है, तो कुछ IP address ऐसे भी दिख ते है 3256:5658:9856:5689

ये पोस्ट भी पढ़े:

IP address का इस्तेमाल क्यों किया जाता है

IP की मदद से ही internet पर किसी भी device को पहचाना जाता है या कहे की IP address ही identity होती है internet पर किसी भी device की. उद्धरण के लिए जैसे किसी घर का address होता है और अगर आपको अपने घर पर कुछ सामान मांगना है तो आप को अपने घर का address देना पड़ता है. तभी सामान आपके घर तक पहुँचेगा. IP भी एक तरह का address ही होता है तभी इसको IP address कहते है

IP address की मदद से ही network पर मौजूद devices को एक दूसरे से अलग किया जाता है

Version of IP address in Hindi | IP address की कितनी version है

IP address की दो versions है इनको आप old version और latest version भी बोल सकते है एक है IPv4 (internet protocol version 4 और दूसरा है IPv6 (internet protocol version ६. IPv4 जो है वो पुराना version है वही IPv6 latest version है IPv4 के बाद का

IPv4 में कुछ limitations थी जिसकी वजह से IPv6 को लाया गया. असल में IPv4 सिर्फ 4 billion unique IP address दे सकता था और आज के इस समय में जब लगभग आधी से ज्यादा आबादी internet का इस्तेमाल कर रही है तो ऐसे में 4 billion काफी कम रहा जाता है और इस समय दुनिया में 4 billion से अधिक devices है जो internet को access कर रही है

वही जो IPv6 है वो 340 trillion से ज्यादा IP address दे सकता है जिसके कारण दुनिया में अभी की आबादी के हिसाब से अगर एक व्यक्ति बहुत सी devices का इस्तेमाल भी करता है तो IPv6 की मदद से और भी बहुत से IP address को create किया जा सकते है

इसके अलावा IPv6 के और भी बहुत से benefits है IPv4 की तुलना में जैसे इसमें privacy ज्यादा मिलती है, routing & administration आसान है और इसमें IP collision की समस्या नहीं आती

ये post भी पढ़े:

Types of IP Addresses in hindi | IP address के प्रकार

  • Public IP address

ये एक बाहरी network होता है और किसी भी internet service provider के द्वारा दिया जा सकता है और यही internet होता है आप इसमें पूरी दुनिया में किसी भी server, device या computer से connect कर सकते है अगर वो device internet से connected है तो

  • Private IP address

ये भीतरी network पर इस्तेमाल होता है और किसी भी एक router पे मोजूद सभी device के द्वारा इसका इस्तेमाल किया जाता है जैसे मान लीजिये की एक घर में एक network है जिसका इस्तेमाल घर में मोजूद सभी devices के द्वारा किया जा रहा है

तो वह पर Private IP address का इस्तेमाल होगा और जिसकी मदद से सभी devices router से संचार कर पायेगी. इस network को private home network भी बोला जाता है. इसको आप manually create कर सकते है या फिर router के द्वारा automatically create हो जाता है

Static and Dynamic IP addresses क्या होती है

IP public हो या private ये static और dynamic हो सकती है इसका मतलब है की अगर आप static IP का चुनाव करते है तो आप का IP address fix हो जाता है और ये एक ही रहता है वही अगर आप dynamic IP का चुनाव करते है तो आपका IP address change भी हो सकता है

Static IP आप खुद configure कर सकते है और अपने device के साथ fix कर सकते है वही dynamic IP आपने आप configure होता है और आपके network को assign होता है जब आप आपने router को set करते है internet पर

Dynamic vs Static IP address in Hindi

तो चलिए अब जान लेते है की dynamic और static IP address में क्या अंतर होता है

  • Static IP address fixed होता है वही dynamic IP address change होता रहता है हर बार reconnection पर
  • Static IP address आपको खुद manually assign करना होता है तो वही dynamic IP address आपका router या ISP automatically आपको assign करता है
  • Dynamic IP free होती है और इसके लिए आपको कुछ extra pay नहीं करना होता है वही static IP ज़्यादातर paid होती है इसको लेने के लिए आपको pay करना पड़ सकता है

Static IP के फायदे | Benefits of static IP in Hindi

तो चलिए जान लेते ही की static IP address के क्या benefits होते है

  • जैसा की हमने आपको पहले ही बता दिया था की static IP जो होती है वो fix होती है और change नहीं होती है तो ऐसे में static IP stability प्रदान करती है और dynamic IP की तुलना में अधिक stable होती है. कई बार जब internet disconnect हो जाता है तो दुबारा connect करना मुश्किल हो जाता है अगर हमारी IP change हो जाती है तो लेकिन static IP disconnect होने पर भी change नहीं होती और reconnect होने में problem नहीं होती
  • Static IP address का जो सबसे बड़ा फायदा होता है वो ये होता है की आप static IP होने पर अपना खुद का server run करना चाहे तो कर सकते है.
  • Static IP address को internet पर बहुत ही आसानी से track किया जा सकता है
  • Static IP काफी easy to maintain होता है network administrator के लिए, पर अगर आप end user है तो dynamic IP address manage करना आसन होता है. Static IP में network administrator बहुत ही आसानी से आपके data consumption का और internet traffic का पता लगा सकता है

IP address ko kaise check kare

अगर आप किसी भी कारण से अपनी IP address को जानना चाहते है तो इसके लिए आपको https://supportally.com/ की वेबसाइट पर जाना पड़ेगा और वह आपको कुछ भी नहीं करना है. जैसे ही आप इस वेबसाइट को open करेंगे तो ये आपको आपकी IP के साथ कई तरह के और details दिखा देगी

निष्कर्ष

IP address के बिना internet की कल्पना भी नहीं की जा सकती और internet network IP based network ही है जहां दूसरी device से बिना IP address के नहीं जुड़ा जा सकता तो ऐसे में internet में IP की importance बहुत ही बढ़ जाती है. और अगर आप internet का इस्तेमाल करते है और थोडा बहुत भी technology में interest रखते है तो आपको IP के बारे में जरूर जानना चाहिए. इसी लिए हमने इस post में आपको बताया की IP address Kya Hai in Hindi, different Version of IP address, Dynamic vs Static IP address in Hindi इसके अलावा भी हमने आपको IP से जुडी अन्य जानकारी दी. अगर अभी भी आपके मन में IP address को लेकर कोई सवाल है तो आप हमसे comment section में पूछ सकते है

Spread the love

Leave a Comment